दैनिक सेवा
प्रतिदिन पूजा-पाठ, जप, आरती, प्रसाद वितरण होता है. सभी धार्मिक त्योहारों के दिन एवं मंगलवार, शनिवार एवं रविवार को विशेष श्रृंगार एवं सजावट की जाती है.
- प्रात: 5 बजे से दोपहर 1 बजे तथा 3 बजे से रात्रि 9 बजे तक मंदिर दर्शन हेतु खुले रहते एवं प्रसाद वितरण जारी रहता है.
- दोपहर 12 बजे भोग एवं शाम 5 बजे बाल भोग
- रात्रि 8 बजे शयन भोग एवं 9 बजे शयन
- प्रात: 5:45 बजे मंगला आरती तथा 7:00 बजे बू्ढी माता जी की आरती
सांयकाल 6:30 संध्या आरती
मंदिर प्रांगण में शादी समारोह एवं भंडारे नहीं होंगे शादी समारोह एवं भंडारे के लिए मंगल भवन एवं बगीचा उपलब्ध है कार्यालय में जानकारी देकर बु्किंग कराया जा सकता है
- मंदिर में तुलादान करने हेतु व्यवस्था है.
- मंदिर में धार्मिक अनुष्ठान, पूजा-पाठ, कथा एवं जप करने हेतु पुजारी से संपर्क किया जा सकता है.
- प्रति मंगलवार सायंकाल आरती के बाद हलवा का महाप्रसाद वितरण भक्तजनों के सहयोग से किया जाता है. महाप्रसाद बांटने के इच्छुक भक्तजन कार्यालय में संपर्क कर यह सुविधा पा सकते हैं.
- शादी एवं वर्षगांठ या परिवार स्मृतिदिवसए बच्चों का जन्मदिवस या अन्य दिनों में भी विशेष महाप्रसाद बांटने की व्यवस्था की जाती है.
श्रध्दालु भक्तों द्वारा मंदिर में दी जाने वाली भेंट, सामान व नगदी राशि की भेंट प्राप्ति रसीद दी जाती है.
इसके अलावा शादी के समय मां का पूजन करने आने वाली कन्या को माता जी का आशीर्वाद स्वरूप बड़ी चुनरी दी जाती है.
शादी के बाद माता का आशीर्वाद प्राप्त करने नवदंपत्ति मातापूजन को आते हैं, उन्हें माता जी का आशीर्वाद स्वरूप साडी, ब्लाउज पीस, सौभाग्य एवं दूल्हे को छोटी चुनरी व नारियल दिया जाता है. तथा विशेष महाप्रसाद वितरण किया जाता है.