Shopping Cart
No products in the cart.
पहले मंदिर छोटा होने से किसी भी प्रकार की कोई समिति यहां नहीं थी, सिर्फ सेवादारी लोग सेवा करते थे. उस समय सिर्फ शतचंडी महायज्ञ ही होता था. 1991 से समिति बनाई गई. जिसके बाद बहुत कार्यक्रमों का आयोजन, उनकी साडी व्यवस्था मंदिर समिति द्वारा किया जाने लगा.
श्री शतचंडी महायज्ञ माघ सुदी 9 से पूर्णिमा तक प्रतिवर्ष
शारदीय नवरात्र पर्व चैत्र अश्विन शुक्ल पक्ष एक से नवमी जिसमे अखंड ज्योति के साथ घट स्थापना कर ज्वारे बोने की व्यवस्था भक्तों के सहयोग से, कन्या भोज आदि
नागपंचमी श्रावण शुक्ल पक्ष पंचमी
रूद्र अभिषेक श्रावण मास पर्यंत
कृष्णा जन्मअष्टमी भाद्रपक्ष कृष्णा अष्टमी
डोल ग्यारस भाद्रपक्ष शुक्ल पक्ष ग्यारस
दीपावली के दूसरे दिन अन्नकूट महाप्रसाद का वितरण
इसके अलावा होली, शिवरात्रि, रामनवमी व दीपावली के दिन विशेष पूजा का कार्यक्रम रहता है.
अन्नकूट